The सफेद मूसली के लाभ Diaries

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यह शरीर की ऊर्जा बढ़ाकर कमजोरी को दूर करती है। ताकत की जो दवाएं बनती है उनमें भी सफेद मूसली का प्रयोग किया जाता है।

शोध के अनुसार सफेद मूसली वीर्य का उत्पादन बढ़ाती है और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लाती है। ऐसा माना जाता है कि इसके नियमित सेवन से नपुंसकता के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। कौंच के बीज के साथ सफेद मूसली का सेवन नपुंसकता के इलाज में काफी उपयोगी माना जाता है।

जी हां, सफेद मूसली को बॉडी बनाने के लिए खा सकते हैं। यह मांसपेशियों के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसे खाने से पहले अपने डॉक्टर या जिम ट्रेनर से जरूर बात कर लें।

इम्युनिटी को बढ़ाकर रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से शरीर को बिमारियों से लड़ने की ताकत आती है। यह संक्रामक बीमारियों में सर्दी-जुकाम में भी खायी जाती है। इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए इसका सेवन करे।

मुसली का कोई गंभीर साइड-इफेक्ट नहीं है।

मूसली की फसल का प्रमुख उत्पाद उसकी फिंगर्स ही है जिन्हें छीलकर तथा सुखाकर सूखी मूसली तैयार की जाती है, अत: ये फिंगर्स मोटी तथा अधिक से अधिक गूदायुक्त होनी चाहिए ताकि छीलने पर ज्यादा मात्रा में गूदायुक्त फिंगर्स प्राप्त हो सकें (फिंगर्स के पतले होने पर ज्यादा गूदा प्राप्त नहीं होगा) प्राय: भूमि के ज्यादा नर्म (पोला) होने पर फिंगर्स जमीन में ज्यादा गहरी चली जाती है तथा पतली रह जाती है। अत: खेत को तैयार करते समय इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि भूमि ज्यादा नर्म (पोली) न हो, दूसरे यदि खुदाई के उपरांत पौधे में ऐसी फिंगर्स निकलती हैं तो उन्हें उत्पादन के रूप में प्रयुक्त करने के बजाय प्लांटिंग मेटेरियल के रूप में प्रयुक्त कर लिया जाना चाहिए। सफेद मूसली मूलतः गर्म तथा आर्द्र प्रदेशों का पौधा है। उंत्तरांचल, हिमालय प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर के ऊपर क्षेत्रों में यह सफलतापूर्वक उगाई जा सकती है।

इसे खाने के कई तरीके हैं। आप चाहें तो इसका कैप्सूल खा सकते हैं या फिर दूध व शहद के साथ मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे कैसे खाना पसंद करेंगे।

मूसली का प्रयोग आयुर्वेद में प्राचीन समय से किया जा रहा है। आयुर्वेद प्रणाली में इसे यौन शक्ति से संबंधित उपचार के लिए इसे प्रथम स्‍थान दिया गया है। यह एक औषधीय टॉनिक की तरह उपयोग की जाती है। यह स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध उत्‍पादन को बढ़ावा देने में बहुत उपयोगी होता है। साथ ही यह मोटापा को रोकने में मदद करता है। आइए जानते सफेद मूसली से होने वाले स्‍वास्‍थ लाभों के बारे में।

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सफेद मूसली स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। जानकारों के मुताबिक इसमें कई सारे पौष्टिक तत्व मौजूद हैं। जिसके कारण यह मानव शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। सफेद मूसली में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, सपोनिन, कैलशियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं।

जिन पुरुषों में वीर्य की समस्या होती है। अगर वह सफेद मूसली का सेवन करें, तो उनके भीतर वीर्य की गुणवत्ता बढ़ जाती है और ऐसे लोग नपुंसकता की बीमारी से निजात पा सकते हैं। कई बार मधुमेह या अन्य किसी बीमारी की वजह से इरेक्टाइल डिसफंक्शन (इसमें संभोग के दौरान लिंग उत्तेजित नहीं होता) की आशंका होती है, ऐसे में मूसली के सेवन से इसे ठीक किया जा सकता है। इसका प्रभाव स्पर्म काउंट यानी शुक्राणुओं पर भी होता है, जिससे यौन शक्ति बढ़ती है। शीघ्रपतन में भी इसका उपयोग किया जाता है।

यह अल्पशुक्राणुता के उपचार के लिए read more बहुत उपयोगी है और गिनती, मात्रा, द्रवीकरण समय और गतिशीलता को बेहतर बनाता है। यह सीरम टेस्टोस्टेरोन का स्तर और वृषण कार्य भी सुधारता है।

अधिक मात्रा लेने से बचें और यदि आप खुराक का उपयोग कर रहे हैं तो पीछे लिखे गए निर्देशों के साथ जाएं।

मूसली के फूलों का रंग सफ़ेद होता है। इसलिए इसे सफ़ेद मूसली कहा जाता है। वैसे तो यह जगलों में बारिश के मौसम में अपने आप ही उग जाती है, किन्तु इसके इतने चमत्कारिक फायदे होने की वजह से इसकी पुरे देश में खेती की जाने लगी है।

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